Long years ago, we made a tryst with destiny; and now the time comes when we shall redeem our pledge, not wholly or in full measure, but very substantially. At the stroke of the midnight hour, when the world sleeps, India will awake to life and freedom.A moment comes, which comes but rarely in history, […]
Read Moreयहां देश के दो महान नेताओं के आपसी सम्बंध से जुड़े पत्राचार के अंश हैं। पं. नेहरू ने सरदार पटेल कोमें शामिल करने हेतु पत्र भेजा, सरदार पटेल ने पत्र का जवाब किसी औपचारिकतावश नहीं लिखा थाबल्कि यह उन दोनों के साझे संघर्ष की प्रगाढ़ता थी । सरदार पटेल को मंत्रिमंडल में शामिल करने हेतु […]
Read More(सरदार पटेल का पत्र व्यवहार, 1945-50, प्रकाशक नवजीवन पब्लिशिंग हाउस, अहमदाबाद ) “अब चूंकि महात्मा हमारे बीच नहीं हैं, नेहरू ही हमारे नेता हैं। बापू ने उन्हें अपना उत्तराधिकारीनियुक्त किया था और इसकी घोषणा भी की थी। अब यह बापू के सिपाहियों का कर्तव्य है कि वे उनकेनिर्देश का पालन करें और मैं एक गैरवफादार […]
Read Moreभारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ समेत कई व्यक्ति व संगठन जवाहरलाल नेहरू कोकश्मीर समस्या के लिए जिम्मेदार मानते हैं। परंतु इसके विपरीत पूरे विश्वास से यह दावा किया जासकता है कि यदि जवाहरलाल नेहरू और शेख अब्दुल्ला नहीं होते तो जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा नहींबन पाता। भारत को आजादी देने के लिए ब्रिटिश […]
Read Moreकई सालों पहले, समाजशास्त्री त्रिलोकी नारायण पाण्डेय ने मुझसे एक घटना का ज़िक्र किया था, जो जवाहरलाल नेहरू और हिंदी के प्रसिद्ध कवि सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला’ से जुड़ी हुई थी। प्रधानमंत्री नेहरू तब अपनी चीन की यात्रा से लौटे ही थे और अपने गृहनगर इलाहाबाद में एक सभा को संबोधित कर रहे थे। वह इलाहाबाद, […]
Read Moreमहादेवी वर्मा द्वारा लिखे गए रेखाचित्र और संस्मरण भारतीय साहित्य की धरोहर हैं। उनका एक ऐसा ही संस्मरण है जवाहरलाल नेहरू के बारे में, शीर्षक है : ‘जवाहर भाई’। नेहरू से अपनी पहली मुलाक़ात के बारे में महादेवी लिखती हैं कि तब वे इलाहाबाद के क्रास्थवेट गर्ल्स कॉलेज में सातवीं कक्षा की छात्रा थीं। एक […]
Read Moreजवाहरलाल नेहरू ने यह पत्र दस साल की इंदिरा गांधी को तब लिखा था जब वे मसूरी में थीं. अंग्रेजी में लिखे इस पत्र का हिंदी अनुवाद मशहूर लेखक प्रेमचंद ने किया था- मैं आज तुम्हें पुराने जमाने की सभ्यता का कुछ हाल बताता हूं. लेकिन इसके पहले हमें यह समझ लेना चाहिए कि सभ्यता […]
Read Moreप्रचलित नाम- चाचा नेहरुजन्म -14 नवम्बर 1889जन्म स्थान – इलाहाबाद ( उत्तर प्रदेश )माता – स्वरुपरानी नेहरुपिता – मोतीलाल नेहरुविवाह – 1916पत्नी – कमला नेहरुबच्चे – एक पुत्री ( इन्दिरा गाँधी )निधन – 27 मई 1964, नई दिल्लीकार्यकाल – 15 अगस्त 1947 से 27 मई 1964 तक ( मृत्युपर्यन्त ) प्रारंभिक जीवन पंडित जवाहर लाल […]
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